My Writings

टग ऑफ वॉर

आज कल के माता-पिता अपने बच्चों के नाम कितने प्यारे और आकर्षक रखते हैं। जैसे की आरव, ईशान, चैतन्य, अन्विता, प्रांजल। मेरे स्कूल में दोस्तों के नाम क्या होते थे, पता है? बाबू, बब्बन, ढेंगा, ढक्कन, केला, काजू, कुबड़ा और भुखड़। वो आखरी नाम मैं था।

बस एक कप कॉफी…

शादीशुदा ज़िन्दगी कश्मीर जैसी होती है, दूर से खूबसूरत दिखती है, मगर अंदर आतंक ही आतंक! ये वार्तालाप शादी के उन्हीं खतरों की चेतावनी देता है!

God of the Gaps

Early in history Gods could be found everywhere. There were gods of the sea, gods of storms, gods of forests, gods of rivers, gods of cities, and probably gods of that place under the stairs where you can't quite reach.